Computer fundamentals हिन्दी में

Computer fundamentals में वे सभी बुनियादी बातें आती हैं जो आधुनिक कंप्युटर का आधार हैं जैसेकि इसमें कंप्यूटर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, डेटा स्टोरेज, नेटवर्क, इंटरनेट आदि जैसे विभिन्न विषय शामिल हैं। कम्प्यूटर के क्षेत्र में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए इन बातों को समझना महत्वपूर्ण है।

Computer fundamentals को समझने से पहले यह समझना आवश्यक है कि Computer क्या होता है व इसका प्रादुर्भाव कैसे हुआ, कंप्युटर कितने प्रकार के होते हैं, इसके क्या कार्य हैं व कंप्यूटर की devices क्या होती हैं।

What is a Computer? (Computer fundamentals)

Computer एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण(Device) है जो डेटा को प्रोसेस करता और उसे एक उपयोगी जानकारी के रूप में परिवर्तित कर देता है। कंप्यूटर के दो मुख्य पहलू हैं:

Input: हम कंप्यूटर को जो डेटा प्रोसेस करने के लिए देते हैं, उसे इनपुट (Input) कहा जाता है। इनपुट, मूल रूप से Raw Facts होते हैं। जिनके लिए हम चाहते हैं कि Computer उन्हें process करे और हमें उसका Output एक उपयोगी जानकारी के रूप में दे।
Output: Input किए हुए Raw Data के स्थान पर Computer जो Processed डेटा हमें रिजल्ट के रूप में देता है, उसे आउटपुट(Output) कहा जाता है।

Computer fundameentals
Computer fundamentals

Evolution of Computer (Computer fundamentals)

कंप्यूटर का विकास(Evolution of Computer) एक सतत प्रक्रिया रही है। कंप्यूटर एक विशाल इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के रूप में शुरू हुआ था, जिसे Install करने के लिए बहुत अधिक जगह की आवश्यकता होती थी और वह अत्यधिक complicated भी था। समय के साथ-साथ, उन विशाल मशीनों को छोटी मशीनों में बदल(Convert) दिया गया जोकि मॉनिटर से शुरू हुआ, फिर लैपटॉप और बाद में टैबलेट का आविष्कार हुआ।

सबसे पहले पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार 1930 के दशक में किया गया था, और तब से, कंप्यूटर और उससे संबंधित उपकरणों का विकास लगातार होता जा रहा है। Abacus जो लगभग 5000 साल पुराना है, कंप्यूटर को उसी का एडवांस्ड वर्ज़न कहा जा सकता है।

कंप्यूटर की मुख्य रूप से छह Generation मानी जाती हैं, आइए जानते हैं कैसे इन पीढ़ियों ने धीरे-धीरे इस इलेक्ट्रॉनिक उपकरण(Device) के विकास में मदद की।

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Generations of Computer(Computer fundamentals)

कंप्यूटर की प्रत्येक generation में कंप्यूटर के कार्य करने के तरीकों और उसके उपयोग में सुधार के लिए कुछ न कुछ नया विकसित किया गया।

First Generation (Vacuum Tubes) – 1940-1956:

फर्स्ट जनरेशन के कंप्यूटर Machine Language(0 और 1 की) पर निर्भर थे और Memory के लिए वैक्यूम ट्यूब का उपयोग करते थे। वे आकार में बहुत विशाल थे और उनको रखने के लिए लगभग एक कमरे की आवश्यकता होती थी।

फर्स्ट जनरेशन कंप्यूटर की कुछ विशिष्ट विशेषताएं इस प्रकार हैं:

• इनको मैनेज करने के लिए अत्यभिक व्यय करना पड़ता था।
• यह आकार में बहुत बड़े थे।
• यह multitasking नहीं कर सकते थे अर्थात वे एक समय में एक ही कार्य कर सकते थे।
• इस समय monitors का प्रयोग नहीं होत था, output केवल printouts के रूप में ही होत था।
• The electricity consumption was very high इनके इस्तेमाल में बिजली की खपत बहुत अधिक होती थी।

फर्स्ट जनरेशन के कंप्यूटर के उदाहरण हैं:-

ENIAC – Electronic Numeric Integrated and Computer UNIVAC- Universal Automatic Computer, EDSAC – Electronic Delay Storage Automatic Calculator, EDVAC – Electronic Discrete Variable Automatic Computer

Second Generation (Transistors) – 1956-1963

यद्यपि पहले ट्रांजिस्टर का आविष्कार 1947 में किया गया था, लेकिन 1950 तक कंप्यूटर में इसका उपयोग कभी नहीं किया जा सका। Second Generation के कंप्यूटरों की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:

• कंप्यूटर की गति ट्रांजिस्टर की गति के अनुसार तय होतो थी।
• यह First Generation के Computer की अपेक्षा सस्ते थे।
• ट्रांजिस्टर के प्रयोग से बिजली की खपत कम होती थी।
• इन computer से भी output प्रिन्ट के माध्यम से ही मिलता था।
• Machine language के स्थान पर Assembly language का प्रयोग होने लगा था जिससे computer शब्दों को समझने लगे थे।
• High-level की programming languages को इस्तेमाल किया जाने लगा था।

इस समय के दो महत्वपूर्ण विकासों में FORTRAN या Formula Translation और COBOL या कॉमन बिजनेस ओरिएंटेड लैंग्वेज(Common Business Oriented Language) का विकास शामिल है।

Third Generation (Integrated Circuits) – 1964-1971

थर्ड जनरेशन में कीबोर्ड और मॉनिटर का उपयोग शुरू हुआ, जिससे इनपुट व आउटपुट की प्रक्रिया बदल गई। ट्रांजिस्टर का आकार कम होने से इसे सिलिकॉन चिप्स पर स्थानांतरित(shift) कर दिया गया था। जिस कारण से कंप्यूटर की गति बढ़ गई।

3rd Generation के computers की विशेषताएं इस प्रकार हैं
• Integrated circuits का इस्तेमाल होने लगा व छोटे circuits ज्यादा अच्छी प्रकार से कार्य कर सकते थे।
• Computers मे Multitasking भी 3rd generation में विकसित हुई।
• कॉमप्यूटर के सभी कार्य monitor की मेमोरी के अनुसार ही होते थे।
थर्ड जनरेशन के कुछ मुख्य computer हैं- PDP 8, IBM 360, ICL 2900, etc.

Fourth Generation (Microprocessors) – 1972-2010

इस जनरेशन में computers में सबसे अधिक विकास हुआ, इस समय में सिलिकॉन सर्किट पर लाखों ट्रांजिस्टर रखे जा सकते थे।
4th Generation के computers की विशेषताएं इस प्रकार हैं
• Ted Hoff के द्वारा पहला microprocessor, Intel 4004 chip खोजा गया था। इसके कारण ही personal computers की शुरूआत हो सकी।
• इस जनरेशन में Tablets और Laptops के नए versions आए।
• GUI – ग्राफ़िकल यूजर इंटरफ़ेस(Graphical User Interface) का विकास भी इसी जनरेशन में हुआ।
• स्पीड, मेमोरी और स्टोरेज का भी इस दौरान बेहतर विकास हुआ।
इस जनरेशन के मुख्य computers हैं- Apple II, first IBM computer, STAR 1000 आदि।

Fifth Generation (Artificial Intelligence) – 2010- वर्तमान तक

5th Generation के computers की विशेषताएं इस प्रकार हैं-
• वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग उपकरणों में किया जा रहा है, जिसके कारण एक डिवाइस पर कुछ ही सेकंड में लाखों कार्य पूरे हो जाते है।
• laptops, palmtops आदि पहले से अधिक एडवांस्ड हो गए हैं।
• बहुत सी रोबोटिक डिवाइसेस(robotic devices) का प्रयोग होने लगा है।
• इस जनरेशन की डिवाइसेस कार्य करने में तेज हैं, बिजली की खपत कम करते हैं, उपयोग करने में सुविधाजनक हैं तथा इनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना आसान है।

Sixth Generation (वर्तमान व उससे भी आगे)

कंप्यूटर की वर्तमान जनरेशन क्लाउड कंप्यूटिंग और AI(artificial intelligence) पर केंद्रित है, जिसमें कंप्यूटर को अधिक सुलभ, कुशल और ज्यादा डेटा को संभालने में सक्षम बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

Types of Computer(Computer fundamentals)

मुख्य रूप से कंप्यूटर 4 प्रकार के होते हैं, जिनका वर्णन संक्षेप में नीचे किया गया है:-

  1. Super Computer – जो कम्प्यूटर एक बार में ज्यादा मात्रा में डेटा को प्रोसेस कर सकते हैं, उन्हें Super computer कहा जाता है। इनका उपयोग ज़्यादातर इंजीनियरिंग व वैज्ञानिकी कार्यों में किया जाता है, क्योंकि इन कार्यों की प्रोसेसिंग बहुत जटिल होती है। उदाहरण के लिए नासा द्वारा प्रयोग किए जाने वाले कम्प्यूटर
  2. Mainframe Computer – Mainframe computers प्रायः बड़ी firms या organisations में इस्तेमाल किए जाते हैं, जहाँ पर बहुत से लोगों को एक ही डेटाबेस पर कार्य करना होता है। यह कम्प्यूटर भी सुपर कम्प्यूटर के समान मंहगे होते हैं और सबसे तेज काम करने वाले computer हैं। इनका प्रयोग प्रायः बैंकों में किया जाता है।
  3. Workstation – आमतौर पर एक व्यक्ति के द्वारा ही प्रयोग किया जा सकने वाला सिस्टम Workstation कहलाता है। इन सिस्टम की RAM ज्यादा होती है और प्रोसेसर भी बहुत फास्ट होता है। यह अनेक कार्यों के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
  4. Microcomputer – माइक्रोकम्प्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस प्रकार के कंप्यूटरों को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। माइक्रोकंप्यूटर के उदाहरण डेस्कटॉप, लैपटॉप, मोबाइल फोन, टैबलेट आदि हैं।

Computer Devices(Computer fundamentals)

Computer devices में मुख्यतयः कंप्यूटर के हार्डवेयर आते हैं जो विशिष्ट कार्य करते हैं। कुछ कंप्यूटर डिवाइसेस इस प्रकार हैं

इनपुट डिवाइसेस
(Input Device)
आउट्पुट डिवाइसेस
(Output Devices)
स्टोरेज डिवाइसेस
(Storage Devices
)
प्रोसेसिंग डिवाइसेस
(Processing Devices)
कीबोर्ड
(Keyboard)
मॉनीटर
(Monitor
फ्लैश मेमोरी(
Flash Memory)
मदर बोर्ड
(Mother Board)
माउस
(Mouse)
प्रिंटर
(Printer)
ऑप्टिकल डिस्क
(Optical Disk)
सीपीयू-सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट
(CPU-Central Processing Unit)
माइक्रोफ़ोन
(Microphone)
स्पीकर
(Speaker)
लोकल ड्राइव
(Local Drives)
रैंडम एक्सेस मेमोरी
(RAM-Random Access Memory)
टच स्क्रीन
(Touch Screen)
सी डी(CD)मैग्नेटिक टेप
(Magnetic Tape)
रीड ओन्ली मेमोरी
(ROM-Read Only Memory)
लाइट पेन
(Light Pen)
डीवीडी(DVD)मैग्नेटिक डिस्क
(Magnetic Disk)
स्विचड मोड पावर सप्लाइ
(SMPS-Switched Mode Power Supply)
वेब कैमरा
(Web Camera)
(Computer fundamentals)

इसके अतिरिक्त Network Devices: जैसेकि routers, switches आदि जो कम्प्यूटर को एक दूसरे से communicate करने व इंटरनेट को एक्सेस करने में मदद करते हैं।

Functions of Computer(Computer fundamentals)

हम आजकल कंप्यूटर का उपयोग जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में करते है, हमारे जीवन में कम्प्यूटर के कई फायदे हैं।
computer के विभिन्न कार्य हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं –

  1. लम्बी कैलकुलेशन जिन्हें मैन्युअली करने में बहुत समय लगता है, वे कम्प्यूटर के द्वारा कुछ ही सेकंड में हो जाती हैं।
  2. कंप्युटर में बहुत बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर किया जा सकता है व आवश्यकता पड़ने पर आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।
  3. कम्प्यूटर की मदद से लोगों से कम्यूनिकेशन आसान हो गया है।
  4. इसका उपयोग entertainment जैसेकि गेम खेलने के लिए, मूवी देखने के लिए, म्यूजिक सुनने के लिए आदि के लिए किया जाता है।
  5. शिक्षा, बिज़नेस, रिसर्च, आर्ट व डिज़ाइन, स्वास्थ की देखभाल आदि के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

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