Computer Storage Devices

Storage Devices कम्प्यूटर हार्डवेयर का वह पार्ट होती हैं जिसका उपयोग इनफार्मेशन व डेटा को स्टोर व प्रोसेस करने के लिए किया जाता है। स्टोरेज डिवाइस के बिना कम्प्यूटर को चलाया या Boot नहीं किया जा सकता है।

Definition of Computer Storage Devices

कंप्युटर हार्डवेयर का वह पार्ट, जिसका उपयोग डिजिटल डेटा और ऐप्लीकेशन्स को स्टोर व प्रोसेस करने के लिए किया जाता है, Storage Device कहलाता है। स्टोर किया जाने वाला डेटा इमेज, वीडियो, ऑडियो आदि किसी के रूप में हो सकता है।

Storage Devices

Types of Computer Storage

कम्प्यूटर की Storage Devices को तीन भागों में बाँटा जा सकता है। जोकि इस प्रकार हैं –

Primary Storage devices/Memory: Primary Storage को इन्टर्नल मेमोरी या मेन मेमोरी भी कहा जाता है। CPU के द्वारा इस मेमोरी को डेटा को इनपुट करने, प्रोग्राम्स के Instructions को स्टोर करने व रिजल्ट्स को show करने आदि के लिए किया जाता है। यह मेमोरी Volatile होती है अर्थात डिवाइस के स्विच ऑफ होने पर इसका डेटा erase हो जाता है। यह साइज़ में छोटी होती है। RAM, Cache मेमोरी इसके उदाहरण हैं।

Secondary Storage devices/Memory: इसको इक्स्टर्नल(External) मेमोरी भी कहा जाता है। CPU इसको डायरेक्ट एक्सेस नही कर सकता है। इस को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए इनपुट और आउटपुट डिवाइसेस का उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग मुख्यतयः ज्यादा मात्रा में डेटा को permanently स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह Non-Volatile मेमोरी होती है अर्थात डिवाइस के स्विच ऑफ होने पर भी इसका डेटा स्टोर रहता है, जब तक की उसे डिलीट न किया जाए। सेकेंडरी स्टोरेज के उदाहरण Floppy disk, Hard Disks, CDs, DVDs, Pen/Flash drives आदि हैं।

Tertiary Memory: इस प्रकार की मेमोरी का उपयोग पर्सनल कंप्यूटर में बहुत कम किया जाता है और इस कारण Tertiary Memory को महत्वपूर्ण नहीं माना जाता है। यह automatically कार्य करती है क्योंकि इसमें रोबोटिक फ़ंक्शन होते हैं।

Primary Storage Devices

RAM

RAM की फुल फॉर्म Random Access Memory होती है। यह एक अस्थाई मेमोरी होती है। डिवाइस के स्विच ऑफ होने पर इसका डेटा डिलीट हो जाता है। RAM की मदद से कम्प्यूटर विभिन्न कार्य कर पाते हैं जैसेकि ऐपलीकेशन को लोड करना, वेब ब्राउज़िंग करना, कमांड का ऐन्सर करना, कई प्रोग्राम्स के मध्य टॉगल करना आदि RAM के विभिन्न प्रकार होते हैं जैसेकि

SRAM – Static Random Access Memory
DRAM – Dynamic Random Access Memory
SDRAM – Synchronous-Dynamic-Random-Access-memory

Storage Devices

ROM

Read-Only Memory : ROM पर स्टोर किया हुआ डेटा स्थाई होता है, अतः डिवाइस के स्विच ऑफ होने पर यह डिलीट नहीं होता है व इसके डेटा को मॉडिफ़ाई नही किया जा सकता है। ROM पर स्टोर किए हुए इन्स्ट्रक्शन कम्प्यूटर को स्टार्ट करने के लिए use होते हैं।
ROM निम्न प्रकार की होती है –

PROM- Programmable Read-Only Memory.
EPROM- Erasable Programmable Read-Only Memory
EEPROM- Electrically erasable programmable read-only memory

Magnetic Storage Devices

Magnetic storage devices आज के समय में सबसे ज्यादा प्रयोग में आने वाली स्टोरेज डिवाइसेस हैं क्योंकि यह सस्ती होती हैं और आसानी से प्राप्त हो जाती हैं। Magnetised mediums की सहायता से इस पर बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर क्या जा सकता है।
यह डिवाइस बाइनरी लैंग्वेज को रीड कर सकती है और इनफार्मेशन को स्टोर कर सकती है।
Magnetic storage devices के कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं –

Floppy Disk

इसको फ्लॉपी डिस्केट के रूप में भी जाना जाता है, यह एक removable डिस्क होती है जिसमें मैग्नेटिक एलिमेंट्स होते हैं। जब इसको कंप्यूटर के डिस्क रीडर में रखा जाता है, तो यह चारों ओर घूमता है और जानकारी को स्टोर करता है। लेकिन कुछ समय से इसके स्थान पर सीडी, डीवीडी और यूएसबी ड्राइव का प्रयोग होने लगा है।

Hard Drive

यह स्टोरेज डिवाइस motherboard के डिस्क कंट्रोलर से जुड़ी हुई होती है। किसी भी प्रोग्राम को कम्प्यूटर पर इंस्टॉल करने के लिए इसकी आवश्यकता होती है।

Zip Disk

यह एक removable स्टोरेज डिवाइस है जिसे Iomega ने शुरू क्या था। प्रारंभ में इसकी स्टोरेज क्षमता 100 MB थी, जिसे बाद में बढ़ कर 250 MB कर दिया गया और अब यह 750 MB की आती है।

Magnetic Strip

डिवाइस में एक मैग्नेटिक स्ट्रिप जुड़ी होती है जिसमें डिजिटल डेटा स्टोर होता है। इसका सबसे उपयुक्त उदाहरण एक डेबिट कार्ड है जिसके एक तरफ एक स्ट्रिप रखी गई है जो डिजिटल डेटा को स्टोर करती है।

Tape Cassette

इसे म्यूजिक कैसेट के नाम से भी जाना जाता है। जिसमें डेटा को एनालॉग मैग्नेटिक टेप में स्टोर किया जाता है। यह आम तौर पर ऑडियो रिकॉर्डिंग को स्टोर करने के लिए प्रयोग में आता है।

SuperDisk

इसको LS-240 और LS-120 भी कहा जाता है। इसको Imation Corporation ने शुरू किया था। यह 240 MB तक डेटा को स्टोर कर सकता है।

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Optical Storage Devices

इस प्रकार की storage devices में डेटा को डिटेक्ट करने व स्टोर करने के लिए लेजर और रोशनी का उपयोग किया जाता है। यह यूएसबी ड्राइव की तुलना में सस्ती होती हैं और अधिक डेटा स्टोर कर सकती हैं। प्रायः उपयोग किए जाने वाले कुछ ऑप्टिकल स्टोरेज डिवाइसेस निम्नलिखित हैं –

  • CD-ROM या कॉम्पैक्ट डिस्क – रीड ओनली मेमोरी एक इक्स्टर्नल डिवाइस होती है जो ऑडियो डेटा या सॉफ्टवेयर डेटा को स्टोर और read कर सकती है।
    • CD-R: इस प्रकार की सीडी पर डेटा को लिखने बाद उसे erase नहीं किया जा सकता। यह रीड ओनली मेमोरी होती है। Compact Disc Readable या CD-R पर डेटा को रिकॉर्ड करने और उसे स्टोर करने के लिए फोटोसेंसिटिव ऑर्गेनिक डाई का प्रयोग होता है।
    • CD-RW: इस प्रकार की सीडी पर डेटा को कई बार लिखा व erase किया जा सकता है।
Storage Devices
  • Blu-Ray Disc – इसकी शुरूआत 2006 में हुई थी। इसमें 25 GB डेटा सिंगल लेयर डिस्क में और 50 GB डेटा दुअल लेयर डिस्क में स्टोर किया जा सकता है।
  • DVD –डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क एक ऐसा ऑप्टिकल स्टोरेज डिवाइस है जिस पर डेटा को पढ़ा, रिकॉर्ड किया व लिखा जा सकता है।
    • DVD-R: इस प्रकार की डीवीडी पर डेटा को लिखने बाद उसे erase नहीं किया जा सकता। यह रीड ओनली मेमोरी होती है।
    • DVD-RW: इस प्रकार की डीवीडी पर डेटा को कई बार लिखा व erase किया जा सकता है।

Flash Memory Storage Devices

फ़्लैश मेमोरी डिवाइसेस(Flash Memory Storage Devices) ने मैग्नेटिक और ऑप्टिकल दोनों ही Storage Devices का स्थान ले लिया है। ये उपयोग में आसान, पोर्टेबल और आसानी से उपलब्ध होती हैं व डेटा स्टोर करने का एक सस्ता और अधिक सुविधाजनक विकल्प बन गई हैं।

नीचे उन प्रमुख फ़्लैश मेमोरी डिवाइसों के बारे में वर्णन किया गया है जिनका आजकल लोग आमतौर पर उपयोग कर रहे हैं।

USB Drive – इनको Pen Drive भी कहा जाता है। यह साइज़ में छोटी व पोर्टेबल होती हैं। इसमें 2GB से 1TB तक का डेटा स्टोर किया जा सकता है।

Storage Devices

Memory Card – मेमोरी कार्ड का प्रयोग इमेज, विडिओ, ऑडियो आदि को स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह साइज़ में छोटा होत है।

Memory Stick – मेमोरी स्टिक को Sony ने लॉन्च किया है इसमें ज्यादा मात्र में डेटा को स्टोर किया जा सकता है और इस स्टोरेज डिवाइस से डेटा को ट्रांसफर किया जा सकता है।

SD Card – Secure Digital Card या SD card का प्रयोग विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है और यह मिनी और माइक्रो दोनों साइज़ में आते हैं। प्रायः कंप्यूटर में एसडी कार्ड डालने के लिए एक अलग स्लॉट होता है यदि किसी डिवाइस में यह नहीं होता है तो यूएसबी के स्लॉट में इनको इन्सर्ट किया जा सकता है और कम्प्यूटर से कनेक्ट किया जा सकता है।

Multimedia Card – इसे MMC के नाम से भी जाना जाता है। इस सर्किट का उपयोग आमतौर पर कार रेडियो, डिजिटल कैमरे आदि में किया जाता है।
अन्य और बहुत सी फ़्लैश मेमोरी ड्राइव हैं जो बाज़ार में आसानी से मिल जाती हैं और आसानी से सुलभ और उपयोग में आसान हैं।

Online Cloud Storage

क्लाउड कंप्यूटिंग शब्द का उपयोग इंटरनेट पर उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध डेटा केंद्रों का वर्णन करने के लिए किया जाता है जहां वे अपने डेटाबेस और फ़ाइलों को स्टोर कर सकते हैं। आप इस डेटा का इस्तेमाल किसी भी जगह से और किसी भी समय कर सकते हैं।

ऐसी कई कंपनियां हैं जो, मुख्य रूप से Google, Amazon, Microsoft आदि, क्लाउड सेवाएं प्रदान करती हैं। आपको जितनी जगह की आवश्यकता हो, आप केवल उसका किराया दे सकते हैं।

इंटरनेट पर डेटा स्टोर करने का यह एक आम तरीका है। बड़े या छोटे सभी कम्प्यूटर डिवाइसेस अपनी डेटा फ़ाइलों को स्टोर करने के लिए ऑनलाइन क्लाउड स्टोरेज का उपयोग कर सकते हैं। इस का उपयोग मोबाइल फोन में भी किया जा सकता है।

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